निवर्तमान सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडल

परिषद का प्राथमिक अधिदेश संस्कृति के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय अभिज्ञान जागृत करना है । इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए परिषद दुनिया भर के देशों में गुणवत्ता प्रदर्शन करने वाले कलाकार/समूहों को भेजती है ताकि लोगों को शास्त्रीय, लोक, रंगमंच, आधुनिक नृत्य और संगीत आदि जैसे भारतीय कला रूपों की विविधता और जीवंतता को देखने और समझने का अवसर प्राप्त हो। इन समूहों को विभिन्न देशों में भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत भेजा जाता है । कलाकारों ने पिछले छह दशकों के दौरान भारत के हर कोने की विदेश यात्रा की है। आईसीसीआर ने किसी विशिष्ट देश या क्षेत्र को समर्पित सांस्कृतिक सप्ताहों और त्योहारों के आयोजन के अलावा दुनिया भर में हजारों सांस्कृतिक मंडलियों को भेजा है। पिछले कुछ वर्षों में औसतन 160 से अधिक समूह विदेश यात्रा कर चुके हैं। परिषद को महान, जीवित विभूतियों के साथ ही युवा और होनहार कलाकारों को भेजने का गर्व प्राप्त है। यह भारत की स्थायी और जीवंत संस्कृति और उसकी अविश्वसनीय विविधता को प्रदर्शित करने का एक बेहतर तरीका है ।

निवर्तमान सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडल (2019-20): -



प्रमुख त्योहार: आईसीसीआर की भागीदारी

सर्व्टिनो महोत्सव:

आईसीसीआर, मेक्सिको में प्रतिवर्ष आयोजित सर्वांटिनो अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव (तस्वीरों का हाइपरलिंक) में भाग लेने के लिए सांस्कृतिक समूहों को भेजता है। सर्वांटिनो महोत्सव के आयोजकों ने भारत को ‘सम्मानित अतिथि देश’ का आमंत्रण दिया था। आईसीसीआर ने 10-28 अक्टूबर 2018 तक महोत्सव में भाग लेने के लिए विभिन्न शैलियों के 10 सांस्कृतिक समूहों को भेजा था। आईसीसीआर की महानिदेशक, श्रीमती रिवा गांगुली दास ने उद्घाटन समारोह में भारत सरकार के आईसीसीआर का प्रतिनिधित्व किया। भारत की भागीदारी को अत्यधिक सफलता मिली। प्रदर्शन की तस्वीरें हाइपर लिंक पर देखी जा सकती हैं, जो अलग पेज पर खुलेंगी ।

 सर्व्टिनो महोत्सव की छवि

जनाद्रिया- वार्षिक राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक महोत्सव:

जनाद्रिया महोत्सव में भारत ‘सम्मानित देश अतिथि’ था। आईसीसीआर के अध्यक्ष, डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने 7-28 फरवरी 2018 तक सऊदी अरब के रियाद में आयोजित राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक महोत्सव - जनाद्रिया (तस्वीरों का हाइपरलिंक) के उद्घाटन के अवसर पर भारत सरकार के आईसीसीआर का प्रतिनिधित्व किया। आईसीसीआर ने महोत्सव के लिए भारत के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 11 सांस्कृतिक समूहों को प्रायोजित किया । प्रदर्शन की तस्वीरें हाइपर लिंक पर देखी जा सकती हैं, जो अलग पेज पर खुलेंगी ।

वार्षिक राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक महोत्सव की छवि 1
वार्षिक राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक महोत्सव की छवि  2

भूटान:

भारत-भूटान राजनयिक संबंधों की स्वर्ण जयंती (तस्वीरों का हाइपरलिंक) का उत्सव मनाने के लिए आईसीसीआर ने इस समारोह के लिए जनवरी-दिसंबर 2018 में अब तक 06 समूह भेजे हैं।

आईसीसीआर, दिसंबर 2018 के दौरान आयोजित होने वाले समापन समारोह में भाग लेने के लिए एक सांस्कृतिक दल भी भेजेगा।

प्रदर्शन की तस्वीरें हाइपर लिंक पर देखी जा सकती हैं, जो अलग पेज पर खुलेंगी ।

नेपाल:

नेपाल के काठमांडू में "भारत-नेपाल राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष" (तस्वीरों की हाइपरलिंक) के अवसर पर 27 नवंबर 2018 को तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने साथी कलाकारों के साथ एक प्रमुख प्रस्तुति दी। प्रदर्शन की तस्वीरें हाइपर लिंक पर देखी जा सकती हैं, जो एक अलग पेज पर खुलेंगी ।

आगामी कार्यक्रम:

आईसीसीआर ने, गणतंत्र दिवस और होली उत्सव के अवसर पर "भारत महोत्सव की झलक" (मिस्र), "एसईए महोत्सव" (कंबोडिया), "तिरंगा महोत्सव" (सेनेगल) जैसे कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आने वाले महीनों में कई सांस्कृतिक समूहों को प्रायोजित करने की योजना है।

बाह्य सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडल और त्योहार

आईसीसीआर की स्थापना के बाद से ही भारतीय सांस्कृतिक मंडलियों को विदेश भेजने का काम मुख्य आधार रहा है । इन सांस्कृतिक मंडलियों को विभिन्न देशों के साथ और इसके बाहर भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों की परिधि में किया जाता है। कलाकारों ने भारत के शास्त्रीय, लोक और आधुनिक नृत्य और संगीत का प्रदेश करने के लिए भारत के प्रत्येक हिस्से से विभिन्न देशों का दौरा किया है। बड़े कलाकारों ने युवा और होनहार कलाकारों के रूप में यात्रा की है । उन्होंने दुनिया को देखा है और दुनिया को भारत दिखाया है।

भारत से सांस्कृतिक मंडलियों

परिषद का प्राथमिक अधिदेश संस्कृति के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय अभिज्ञान जागृत करना है । इस उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में, परिषद दुनिया भर के देशों में, भारतीय सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा गुणवत्ता प्रदर्शन करती है ताकि लोगों को भारत की प्रदर्शन कलाओं की विविधता और ऊर्जा को देखने और समझने का अवसर मिल सके । भारत के शास्त्रीय, लोक संगीत और आधुनिक नृत्य और संगीत के प्रदर्शन के लिए कलाकारों ने भारत के हर कोने से विदेश यात्रा की है। बड़े कलाकारों ने युवा और होनहार कलाकारों के रूप में यात्रा की है । उन्होंने दुनिया को देखा है और दुनिया को भारत दिखाया है।

पिछले छह दशकों के दौरान, आईसीसीआर ने एक विशिष्ट देश या क्षेत्र को समर्पित सांस्कृतिक सप्ताहों और उत्सवों के आयोजन के अलावा दुनिया भर में हजारों सांस्कृतिक मंडलियों को भेजा है ।

अद्यतन:-

ये तस्वीरें 10 से 28 अक्टूबर, 2018 तक मैक्सिको में आयोजित "सर्वांटिनो अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव" की है। भारत इस त्योहार के लिए प्रसिद्ध समूहों को प्रायोजित करके पिछले कई वर्षों से इस महोत्सव में नियमित रूप से भाग ले रहा है । इस वर्ष भारत ने इस उत्सव में ‘सम्मानित अतिथि देश’ के रूप में भाग लिया था और विभिन्न क्षेत्रों से 10 सांस्कृतिक समूहों को प्रायोजित किया था ।

ये तस्वीरें जनवरी से दिसंबर 2018 तक भूटान में आयोजित राजनयिक संबंधों भारत और भूटान की स्थापना के 50 वें वर्ष के समारोह से संबंधित हैं।

ये तस्वीरें 7- 28 फरवरी 2018 से सऊदी अरब के रियाद में आयोजित "जनाद्रिया - वार्षिक राष्ट्रीय विरासत और सांस्कृतिक महोत्सव" से संबंधित हैं। उपर्युक्त महोत्सव के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के 11 सांस्कृतिक समूहों ने भाग लिया।